Friday, September 1, 2023

चंद दिनों की दोस्ती नहीं...

चंद दिनों की दोस्ती नहीं
कई वर्षो की तपस्या है दोस्त

…मेरी पहचान तुझसे है
जो तु न मिलता
तो डेबिट-क्रेडिट कौन सिखाता
सिस्टम में कॅश की एंट्री कौन बताता
कई घंटो तक
बिना संतुलन खोये
काम करते रहना
तुने ही सिखाया

..भूख-प्यास भूल कर
नींद को पराजित कर
वक्त पर काम पूरा करना
तुझसे ही तो सीखा हमने

…गाली-गलोच के साथ-साथ चुटकुले कुछ ख़ास थे
हंसी-मजाक के पल आज भी दिल के करीब है...

…एक थाली में भोजन करने का
रस चखाया तुने
पापड के टुकड़े चार
एक चाय प्याली में
एक घुट तु, एक घुट मैं
बीत गए साल दो-चार

…आज तुझे मिलकर
लगता नहीं दोस्ती हमारी
है बीस साल पुरानी
पर साथी है हम
युगो पुराने

…चंद दिनों की दोस्ती नहीं
कई वर्षो की तपस्या है दोस्त

मेरी पहचान तुझसे है

अनिरुद्ध सास्तीकर - ८/११/२०१९ 

…मेघश्याम रंग चढ़ा कर
मिले प्रभु के दास
हरयाली की छाँव मे